रविवार, 19 मई 2019

दर्द दिल का सबसे मैं कहता नहीं हूँ (ग़ज़ल)

ग़ज़ल:
अमर पंकज
(डाॅ अमर नाथ झा)
देहली यूनिवर्सिटी
मोबाइल-9871603621
दर्द दिल का सबसे मैं कहता नहीं हूँ
कीजिए उपचार कुछ अच्छा नहीं हूँ
क्यों नहीं मुझपर कभी करती भरोसा?
तू बता क्या प्यार में सच्चा नहीं हूँ?
ताड़ तिल का मैं करूँ अफ़वाह सुनकर?
क्यों करूं मैं? कान का कच्चा नहीं हूँ
चाल उनकी अब समझ आती मुझे भी
क्यों न समझूँ? मैं कोई बच्चा नहीं हूँ
कौन क्या अब कह रहे हैं पीठ पीछे
सुन रहा मैं भी 'अमर' बहरा नहीं हूँ

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